DURGA CHALISA FUNDAMENTALS EXPLAINED

durga chalisa Fundamentals Explained

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देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥

तीनों लोक हाँक तें काँपै ॥२३॥ भूत पिसाच निकट नहिं आवै ।

दुष्ट सकल नित मोहि सतावै। भ्रमत रहौं मोहि चैन न आवै॥

असुर निकन्दन राम दुलारे ॥३०॥ अष्टसिद्धि नौ निधि के दाता ।

सोभित कर नवनीत लिए।घुटुरुनि चलत रेनु तन-मंडित, मुख दधि लेप किये।चारू कपोल, लोल लोचन, गोरोचन-तिलक दिये।लट-लटकनि मनु मधुप-

मेरे नटवर नन्द किशोर प्यारे आ जाओ माखन चोर

पुत्र हीन hindu bhajan कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥

जो सुमिरै हनुमत बलबीरा ॥३६॥ जय जय जय हनुमान गोसाईं ।

आरती बाल कृष्ण की कीजे

नंदलाल गोपाल दया करके, रख चाकर अपने द्वार मुझे।धन दौलत और किसी को दे, बस देदे अपना प्यार मुझे॥तन मन का ना चाहे होश रहे,त

hanuman ji ki aarti: बजरंगबली को प्रसन्न करने के लिए पढ़ें श्री हनुमान जी की आरती

लील्यो ताहि मधुर फल जानू ॥१८॥ प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं ।

Within your palms, glow a mace along with a flag of righteousness. A sacred thread adorns Your proper shoulder.

स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु मम संकट भारी॥

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